समाज में बढ़ेगी प्रतिष्ठा
नाम के आगे डॉक्टर लगाने से समाज में प्रतिष्ठा तो बाद में पीटी लगाने से पता चलेगा कि वे सर्जन, फिजिशियन हैं या फिजियोथेरेपिस्ट। इस अधिसूचना का आधार भारतीय संसद द्वारा पारित पास हेल्थ एवं अलाइड हेल्थ केयर बिल-2021 है।
आईजीआइएमएस में 25 साल से स्वतंत्र फिजियोथेरेपी विभाग कार्य कर रहा है। सात साल से फिजियोथेरेपी की बैचलर स्तर की पढ़ाई हो रही है। चार साल से नीट यूजी के द्वारा प्रवेश लिया जा रहा है।
नीट यूजी के संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट करने के लिए एक वेबसाइट http://neetclaim.centralindia.cloudapp.azure.com/ का इस्तेमाल कर सकते हैं। एनटीए ने अभ्यर्थियों को यह भी सलाह दी है कि वे उन अनैतिक तत्वों के बहकावे में न आएं, जो गलत कामों में लिप्त हैं तथा झूठे दावों के जरिए अभ्यर्थियों को धोखा देने का प्रयास करते हैं।
इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से उम्मीदवार किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट कर सकते हैं। रिपोर्ट करने के लिए तीन प्रमुख श्रेणियां तय की गईं हैं। पहले अवैध वेबसाइट्स या इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स जो नीट प्रश्नपत्र का दावा करते हैं। दूसरा वे व्यक्ति जो परीक्षा सामग्री का दावा करते हैं। तीसरे श्रेणी में वे व्यक्ति जो एनटीए या सरकारी अधिकारियों के रूप में खुद को प्रस्तुत करते हैं और धोखाधड़ी करने की कोशिश करते हैं।
इन तीनों श्रेणियों में कोई भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। एनटीए ने बताया कि रिपोर्टिंग फार्म काफी सरल है, जिसमें उम्मीदवार को उस गतिविधि के बारे में विवरण देना होगा, जिसमें उसने धोखाधड़ी देखी हो, साथ ही वह घटना कब और कहां हुई, इसकी जानकारी भी देनी होगी।
उम्मीदवारों को यह भी विकल्प मिलेगा कि वे अपनी रिपोर्ट के साथ सहायक फाइल भी अपलोड कर सकते हैं। एनटीए ने उम्मीदवारों से अपील की कि वे किसी भी धोखाधड़ी या संदिग्ध गतिविधि से बचें और इसकी सूचना इस नए प्लेटफॉर्म के माध्यम से दे सकते हैं।