NEET UG 2025: 4 मई को होगी नीट यूजी की परीक्षा, NCERT ने जारी किया बायोलॉजी विषय का नया वर्जन

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NEET UG 2025: एनसीईआरटी ने 11-12वीं बायोलॉजी विषय के छह प्रश्नों के उत्तर बदल दिए हैं। ये बदलाव नीट परीक्षा से ठीक पहले किए गए हैं ताकि छात्र सही उत्तर लिख सके। अगर नीट यूजी में ये प्रश्न पूछे जाते हैं तो बदले गए उत्तर ही सही माने जाएंगे। नीट यूजी 4 मई को है। इससे पहले ये बदलाव काफी मायने रखते हैं।

NEET UG 2025: बायोलॉजी की किताब का नया वर्जन जारी

दरअसल पिछले साल एक सवाल के दो जवाब से काफी विवाद हुआ था। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी दिल्ली की एक कमेटी बनाई थी। कमेटी ने सही उत्तर बताया। इस कारण करीब डेढ़ हजार से ज्यादा छात्रों के 5 अंक कटे थे। इससे कट ऑफ भी कम हो गया था।

एनसीईआरटी ने बायोलॉजी की किताब का नया वर्जन जारी कर दिया है। इसमें नए आंसर दिए हैं। हाल ही में बदले गए सवालों में से पांच सवाल 11वीं व एक 12वीं कक्षा से संबंधित है, जो कि नीट के सिलेबस में शामिल हैँ।

एक-दो सवाल पूछे जा सकते हैं नीट में

विशेषज्ञों के अनुसार 6 सवालों में एक-दो सवाल नीट में पूछे जा सकते हैं। ऐसे में नीट की तैयारी कर रहे छात्र कॅन्यूज नहीं होंगे। एनसीईआरटी ने हाल में कुछ किताबों का अपडेटेड वर्जन अपनी वेबसाइट पर जारी किया है। काउंसिल को समय-समय पर आरटीआई व आवेदन के माध्यम से किताबों में होने वाली गलतियों के बारे में बताया जाता है।

काउंसिल उनका रिव्यू कर सुधार करती हैं। इन सवालों पर पहले भी आपत्ति आ चुकी है। दरअसल, इस पर लंबे समय से विवाद है। कई जानकारों ने एनसीईआरटी में इसके लिए सूचना के अधिकार के तहत आवेदन भी लगाया था। प्रदेश के करीब 43 हजार से ज्यादा छात्र नीट देंगे।

पुराने जवाब पर कट जाते 5 नंबर, सही जवाब पर 4 नंबर

नया वर्जन नहीं आने से छात्र पुराने उत्तर को सही मानते हुए जवाब देते तो उनके 5 अंक कट जाते। ये इसलिए कि एक नीट में एक सवाल 4 नंबर का होता है। सही जवाब देने पर पूरे नंबर मिलते हैं। गलत जवाब देने पर माइनस मार्किंग के एक अंक समेत 5 अंक कट जाते हैं।

सीनियर मेडिकल एक्सपर्ट व सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. युसूफ मेमन व सीनियर कॉर्डियक सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू के अनुसार नीट में गलत जवाब देने का मतलब है कि 5 अंक खो देना। एडमिशन में एक-एक नंबर की प्रतिस्पर्धा रहती है। ऐसे में नया वर्जन आने से छात्रों की दुविधा एक तरह से खत्म हो गई है।
  1. पुरानी किताब में ये- सेल यूनिट ऑफ लाइफ चैप्टर में थियोडोर श्वान को ब्रिटिश जूलॉजिस्ट लिखा है। जबकि नए वर्जन में अब थियोडोर श्वान को जर्मन जूलॉजिस्ट कर दिया गया है।
  2. पुरानी किताब में केमिकल कंट्रोल एंड इंटीग्रेशन में एड्रिनल ग्लैंड एंटीरियर टू किडनी लिखा है। वहीं नए वर्जन में एड्रिनल ग्लैंड सुपीरियर पार्ट ऑफ किडनी है।

टॉपिक एक्सपर्ट

NEET UG 2025: डॉ. विष्णु दत्त, रिटायर्ड डीएमई: नीट यूजी में महज 16 दिन बचे हैं। ऐसे में छात्रों को नए वर्जन की किताबों से रिवीजन करना चाहिए। नीट के पहले एनसीईआरटी ने सही जवाब जारी कर लाखों छात्रों का कंफ्यूजन दूर कर दिया है। ऐसे में छात्रों को नए वर्जन की किताब का जवाब ही लिखना चाहिए।

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