NEET UG : बताया जा रहा है कि NEET मेरिट लिस्ट में बदलाव का सबसे बड़ा असर 50,000 से 1 लाख के बीच रैंक वाले उम्मीदवारों पर पड़ेगा क्योंकि 16,000 से अधिक उम्मीदवार MBBS सीट पाने ग्रुप से बाहर हो सकते हैं.
विवादित प्रश्न पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नीट यूजी परीक्षा के करीब 4.20 लाख छात्रों के 5-5 अंक घटने जा रहे हैं। इससे मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के लाखों छात्रों की मेरिट लिस्ट में बड़ी उथल पुथल होगी। रैंकिंग में बदलाव कई छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। देश में 1.08 लाख मेडिकल सीटों के लिए 24 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने नीट यूजी दिया था। इनमें से 56,000 सीटें सरकारी संस्थानों में हैं। बेहद कम फीस और अच्छी सुविधाओं के चलते हर नीट अभ्यर्थी चाहता है कि उसे सरकारी एमबीबीएस सीट पर दाखिला मिल जाए। बताया जा रहा है कि मेरिट लिस्ट में बदलाव का सबसे बड़ा असर 50,000 से 1 लाख के बीच रैंक वाले उम्मीदवारों पर पड़ेगा क्योंकि 16,000 से अधिक उम्मीदवार, जिन्हें पहले सीट मिलने की संभावना थी, वे इस ग्रुप से बाहर हो सकते हैं। मेरिट बदलने से पहले इन 16000 स्टूडेंट्स को एमबीबीएस सीट मिलने के पूरे आसार थे लेकिन अब इनके सपने टूटने की आशंका है।
इसके अलावा 61 टॉपरों में से 44 छात्र अब टॉपर नहीं रहेंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रैंक नीचे आने से इन टॉपरों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि क्योंकि वे अभी भी 33,000 से 50,000 के रैंक ग्रुप में बने रहेंगे। मगर रैंक में बदलाव होने के बाद उनकी पसंद के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीट हासिल करने की संभावना प्रभावित हो सकती है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 44 टॉपरों के पांच पांच अंक कम होने से उनकी रैंक 88 पायदान नीचे खिसक सकती है।
आपको बता दें कि नीट के जरिए ही देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमस, बीएचएमस, बीयूएमस ( MBBS, BDS, BSMS, BAMS, BHMS, BUMS ) और अन्य विभिन्न अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिला होता है। इसके अलावा मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) के लिए भी अभ्यर्थी नीट यूजी परीक्षा के मार्क्स के जरिए आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल के बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे।
MBBS : NEET UG 2024 काउंसलिंग की प्रक्रिया 4 राउंड में होगी
नीट यूजी काउंसलिंग की प्रक्रिया आज या कल से शुरू हो सकती है। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) चार राउंड में नीट यूजी काउंसलिंग 2024 आयोजित करेगी। सरकार ने कहा है कि अगर कोई उम्मीदवार किसी भी तरह के फर्जीवाड़े में लिप्त पाया जाता है तो काउंसलिंग प्रक्रिया से उसे बाहर कर दिया जाएगा। न सिर्फ काउंसलिंग के दौरान बल्कि उसके बाद बाद भी उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी। नीट यूजी काउंसलिंग 2024 प्रक्रिया के बारे में बताते हुए केंद्र ने कहा कि छात्रों को पहले और दूसरे राउंड में उनके द्वारा चुने गए प्रेफरेंस के अनुसार सीटें बदलने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे में यदि तीसरे दौर से पहले सीटें रद्द कर दी जाती हैं, तो इसका ओवरऑल काउंसलिंग और सीट अलॉटमेंट पर कोई असर नहीं पड़ेगा। नीट काउंसलिंग का तीसरा राउंड सितंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है। अगर तीसरे दौर के बाद उम्मीदवारी रद्द कर दी जाती है, तो भी खाली सीटों को बाद के राउंड में भी ऑफर किया जा सकता है हालांकि, जिन उम्मीदवारों को पहले राउंड में सीटें अलॉट की जा चुकी हैं, वे बाद के राउंड में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। तीसरी स्थिति में अगर चौथे और अंतिम राउंड के बाद कोई उम्मीदवारी रद्द कर दी जाती है, तो खाली सीटें सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के आधार पर एक अतिरिक्त राउंड से भरी जाएंगी। नीट यूजी काउंसलिंग का विस्तृत शेड्यूल एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर जारी किया जाएगा।