कोटा MBBS : देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम (NEET UG 2025) में इस बार रजिस्ट्रेशन के मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं बन पाया है. परीक्षा में इस बार रजिस्ट्रेशन पिछले साल से कम हुआ है. पिछले साल जहां 24.06 लाख कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था, वहीं इस बार यह आंकड़ा लगभग 23 लाख के आसपास रहा है. अनुमान है कि 22 से 22.5 लाख कैंडिडेट्स इस बार परीक्षा देंगे, जो पिछले साल की तुलना में एक लाख कम है. इसका मतलब है कि इस बार कॉम्पिटिशन भी कम होगा. इस साल कुल 1.20 लाख एमबीबीएस सीट्स हैं, ऐसे में एक सीट के लिए करीब 19 कैंडिडेट्स के बीच मुकाबला होगा, जबकि पिछले साल यह संख्या 20.30 थी.
राजीव गांधी नगर में फॉर्म फिलिंग सेंटर चलाने वाले पंकज खंडेलवाल का कहना है कि रजिस्ट्रेशन का अंतिम आंकड़ा देर रात 23.40 लाख के आसपास था. हालांकि, उनका कहना है कि इनमें कई कैंडिडेट्स ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी ऑनलाइन फीस नहीं भरी या फॉर्म पूरा नहीं भरा है. कुछ कैंडिडेट्स ने दस्तावेजों के अभाव में भी रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं किया. ऐसे में अनुमान है कि लगभग 23 लाख के आसपास ही रजिस्ट्रेशन संपूर्ण माने जाएंगे. यह पिछले साल से एक लाख कम है. साथ ही, परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स की संख्या भी रजिस्ट्रेशन करने वालों से 60 से 70 हजार कम रह सकती है. इस लिहाज से इस बार 22 लाख से लेकर 22.5 लाख कैंडिडेट्स तक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.
कम हुए रजिस्ट्रेशन : निजी काउंसलर सोनू कुमार का कहना है कि इस बार यह उम्मीद की जा रही थी कि रजिस्ट्रेशन संख्या बढ़ेगी, लेकिन रजिस्ट्रेशन की संख्या कम रही है. मार्च के पहले पांच दिनों में रजिस्ट्रेशन की गति तेजी से बढ़ी है, इस दौरान चार से पांच लाख रजिस्ट्रेशन हुए हैं. इस समय रजिस्ट्रेशन लगभग 23 लाख के आसपास हैं, लेकिन परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स की संख्या 60 से 70 हजार कम हो सकती है. इसमें वे स्टूडेंट्स भी शामिल हैं, जिन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस जयपुर और मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी जोधपुर में ग्रेजुएशन कोर्सेज में नीट के जरिए एडमिशन लिया था. हालांकि, इन संस्थाओं के निर्णय को वापस लेने से इन छात्रों के लिए भी परीक्षा देना मुश्किल हो सकता है.